इतिहास

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अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा ( पंजी) का गठन महामना पं॰ मदन मोहन मालवीय जी द्वारा सन् 1939 में किया गया । जिसका उद्देश्य भारत वर्ष के ब्राह्मण परशुराम वंशजो मे एकता स्थापित करना था तथा ब्राह्मणों का सर्वरूपेण विकास करने के लिए विभिन्न प्रदेशो व नगरों में महासभा की उप शाखाऐं स्थापित करना एवं ब्राह्मण बालकों को विधोपार्जन मे सहायता देकर उनको आत्मनिर्भर बनाना था । इसी के मददेनजर उत्तर प्रदेश गाजियाबाद में करीब 23 वर्ष पहले अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा का कार्यालय स्थापित किया गया । जिसका मुख्य कार्यालय अग्रसेन भवन के सामने लोहिया नगर, गाजियाबाद में है।

गाजियाबाद ब्राह्मण महासभा के तत्वाधान में परिचय सम्मेलन का प्रारम्भ बीस वर्ष पूर्व जनवरी 1997 में चैाधरी भवन में प्रथम बार आयोजित किया गया था . यह परिचय सम्मेलन परिक्षण के रूप में पूर्ण रूपेण सफल एंव आकर्षक सिद्ध हुआ इस परिचय सम्मेलन की अनुपम पत्रिका आज भी प्रासंगिक है, सम्मेलन की सफलता एंव आवश्यकता गहराई से महसूस की गई तथा इसलिए समाज की माँग पर पुनः दिसंबर 1997 को परिचय सम्मेलन मीनामल की धर्मशाला मे आयोजित किया गया । तत्पशचात कारवां चलता गया और मंजिल की ओर बढते हुए 26वाँ विवाह योग्य ब्राह्मण युवक - युवती परिचय सम्मेलन दिनाँक 26 एँव 27 अक्टूबर 2024 दिन शनिवार एवं रविवार प्रातः 9 बजे से किया जा रहा है एवं पंजीकरण शुल्क मात्र 500 रूपए है । पंजीकरण की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर 2024 है। सम्मेलन की निरन्तरता ने इस आयोजन को प्रतिवर्ष नई ऊँचाईयाँ प्रदान की हैं, परिचय सम्मेलन में दूर दूर से प्रतिभागी सम्मलित होते है और इस अभूत पूर्व सम्मेलन का लाभ उठाते हुए अपने युवा लडके, लडकियों के लिए योग्य साथियों का चुनाव करते है और सुखद पारिवारिक जीवन का उपभोग करते हैं

इसका प्रमुख उद्देश्य समस्त ब्राह्मण परशुराम वंशजो में एकता का भाव उत्पन्न करके उनके परस्पर विवाह संबधो का प्रचार - प्रसार करके उनके चुर्हमुखी विकास ( शारीरिक , मानसिक , सामाजिक , आर्थिक ) के लिए प्रयत्न करना ।